अभिव्यक्ति-सृजनात्मकता
1. सुमित्रानंदनपंत के बारे में आप क्या जानते हैं?
ज. सुमित्रानंदन पंत हिंदी के
प्रसिद्ध कवि हैं। वे प्रकृति के बेजोड़ कवि हैं। उन्हें प्रकृति का सुकुमार कवि भी
कहते हैं। उनका जन्म सन् 1900 में हुआ था। वे छायावाद और प्रकृतिवाद के कवि थे। उनका
निधन सन् 1977 में हुआ। उनका जन्म अल्मोड़ा में हुआ था। उनके गाँव का नाम कौसानी था।
चिदंबरा, वीणा, ग्रंथि, पल्लव आदि उनकी प्रसिद्ध रचनाएँ हैं। उन्हें 'चिदंबरा' काव्य
के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मित्रा।
2. प्रेयचंद” का परिचय अपने शब्दों में लिखिए।
ज. प्रेमचंद हिंदी के प्रसिद्ध
लेखक हैं। उनका जन्म काशी में 3 जुलाई, 880 को हुआ। इन्हें “उपन्यास सम्राट' कहते हैं।
इनके कहानी संकलन का नाम मानसरोवर है। “गोदान' उनकी प्रसिद्ध रचना है। उनकी मृत्यु
सन् 1936 में हुई। उनका असली नाम धनपत राय था। वे उर्दू में नवाब राय के नाम से लिखते
थे।
3. मृदुल जोशी का परिचय अपने शब्दों में लिखिए।
ज. मृदुल जोशी समकालीन कवद्त्री
हैं। उनका जन्म सन् 1960 में हुआ। वे उत्तराखंड की रहनेवाली हैं। उनके जन्म स्थान
का नाम काठगोदाम है। नारी चेतना', “इन दिनों' आदि उनकी प्रसिद्ध हैं।
4. डॉ. गरागधारी सिंह दिनकर का परिचय लिखिए।
ज. डॉ. रामधारी सिंह दिनकर प्रसिद्ध
कवि हैं। वे राष्ट्रकवि माने जाते हैं। उनका जन्म सन् 1908 में हुआ था। वे बिहार के
निवासी थे। उर्वशी, कुरुक्षेत्र, रेणुका, हुँकार, रश्मिरथी आदि उनकी प्रसिद्ध रचनाएँ
हैं। 'उर्वशी' काव्य के लिए उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला। उनकी मृत्यु सन्1974 में
हुई।
5. लोकगीत” निबंध के लेखक भगवतशरण उपाध्याय के बारे में आप
क्या जानते हैं?
ज. भगवतशरण उपाध्याय हिंदी के
सुप्रसिद्ध साहित्यकार हैं। उनका जन्म 1910 में हुआ। “कालिदास का भारत', “दूँठा आम',
“गंगा गोदावरी' आदि उनकी प्रसिद्ध रचनाएँ हैं।
6. गीरबाई के बारे में आप क्या जानते हैं?
ज. मीराबाई कृष्णभक्त कवब्नत्री
हैं। वे भक्तिकाल की कवदलत्री हैं। उनका जन्म 1498 में हुआ। उनकी भाषा ब्रज है। 'मीराबाई
पदावल्ली' में उनके पद संग्रहित हैं। उनकी भक्ति माधुर्य भाव की है। इनकी मृत्यु 1573
में हुई।
7. रैदास के बारे में आप क्या जानते हैं?
ज. रैदास भक्ति काल के कवि हैं।
वे मीरा के गुरु हैं। उनका जन्म 4482 में हुआ। उनकी मृत्यु 1527 में हुई। उनके भजन
बहुत प्रसिद्ध हैं। उनकी भक्ति दास भाव की है। उनके भजन “गुरु ग्रंथ साहिब' में संकलित
हैं।
8. विष्यु प्रभाकर का परिचय अपने शब्दों में लिखिए|
ज. विष्णु प्रभाकर प्रसिद्ध
साहित्यकार हैं। उनका जन्म सन् 1912 में हुआ। “आवारा मसीहा' उनकी प्रसिद्ध रचना है।
उन्हें सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार” मिला है। इन्हें 'पद्म भूषण' सम्मान भी दिया गया।
9. कवि बिहारी के बारे में आप क्या जानते हैं?
ज. बिहारी रीतिकाल के प्रसिद्ध
कवि हैं। उनका जन्म 1595 में हुआ। इनकी मृत्यु 1663 में हुई। उनकी रचना“बिहारी सतसई'
है। इनके दोहे नीतिपरक होते हैं। उन्होंने इसमें 'गागर में सागर' भर दिया है।
10. रहीम के बारे में आप क्या जानते हैं?
ज. रहीम भक्तिकाल के कवि हैं।
उनके नीति दोहे प्रसिद्ध हैं। उनका जन्म 4556 में हुआ। उनकी मृत्यु 1626 में हुई। वे
अकबर के दरबार के नवरलों में से एक थे। उनकी प्रसिद्ध रचनाएँ हैं- रहीम सतसई उनकी प्रसिद्ध
रचना है।
1.
बरसते बादल
1. वर्षा धरती की शोभा कैसे बढ़ाती है? (था) वर्षा क्यों जरूरी
है
वर्षा हमें जल देती है। जल ही
जीवन है। पेड़, पीधे, जीव, जंतु कोई भी जल के बिना नहीं रह सकता। जलन ही धरती पर हरियात्री
लाता है। अतः धरती की शोभा का प्रमुख कारण वर्षा है।
2. बरसते बावल” कविता में ब्ावन का चित्रण किस अकार किया यया
है?
ज. सावन की वर्षा बहुत सुंदर
होती है। मेघ झम-झम बरसते हैं। पेड़ों से छनकर बूँदें छम-छम नाच रही हैं। धरती पर गिरती
बूँदों में संगीत सुनाई देता है। बादल के हृदय पर बिजली चमचमाती है। वर्षा के कारण
चारों ओर आँधेरा छा जाता है। लोगों के मन में तरह-तरह के सपने जगने लगते हैं। यह दृश्य
बड़ा मनोहारी होता है। सावन आते ही सभी जीव-जंतु प्रसन्न हो जाते हैं। प्रकृति खिल
उठती है। मेढक टर-टर बोलते हैं। मोर म्यव- म्यव' गाते हैं। चातक पक्षी 'पीउ-पीउ' की
रट लगाते हैं। मेघ घुमड़-घुमड़ कर गरजते और बरसते हैं। टपकते बूँदों में एक संगीत होता
है जो मन को छू लेता है। जन-जन का रोम-रोम सिहर उठता है। धरती पर गिरती हुई जल-धाराएँ
मनभावन लगती हैं। कवि-हृदय इंद्रधनुष के झूले में झूलने को करता है।
2.
इदिगाह
1. हामिद कैसा लड़का था? (था) हामिद के बारे में अपने शब्दों
में लिखिए।
ज. हामिद अनाथ था। वह भोली सूरत
का चार-पाँच साल का दुबला-पतला लड़का था। वह अपनी दादी के साथ रहता था। वह अपनी दादी
से बहुत प्यार करता था। वह बड़ों का बहुत आदर करता था।
2. ईदगाह कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
ज. हमें बड़े-बुजुर्गों का आदर
करना चाहिए। वे हमारा ख्याल रखते हैं। उन्होंने हमारे सुख के लिए अनेक कष्ट उठाये हैं।
हमें उन्हें सुखी रखना चाहिए। उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।
3. हामिद ने ईदगाह के मेले से क्या खरीदा? उसका उपहार देखकर
अग्रीना की क्या अतिक्रिया हुई?
ज. हामिद ने मेले से चिमटा खरीदा।
उसके पास केवल तीन पैसे ही थे। उसने सारे पैसे चिमटे खरीदने में लगा दिए। हामिद अपनी
दादी से बहुत प्यार करता था। उसकी दादी के पास चिमटा न था। तवे से रोटियाँ उतारते समय
दादी के हाथ जल जाते थे। हामदि का प्यार और त्याग देखा। दादी अमीना का मन गदगद हो गया।
वह खुशी से रो पड़ी। आँचल फैलाकर हामिद के लिए दुआएँ माँगने लगी।
3.
माँ मुझे आने दे
1. 'भ्रूण हत्या" का विरोध क्यों किया जाना चाहिए।
ज. लड़की को जन्म लेने से पहले
ही गर्भ में मार दिया जाता है। यही भ्रूण हत्या है। यह महापाप है। लड़का -लड़की एक
समान हैं। लड़की के बिना समाज जीवित नहीं रह सकता। लड़कियाँ नहीं रहीं तो सृष्टि रुक
जायेगी। उन्हें भी जीने और समानता का अधिकार है। इसलिए भ्रूण हत्याओं पर रोक लगाना
ज़रूरी है।
2. लड़की माँ से क्या कह रही है?
ज. लड़की माँ से कह रही है-
माँ मुझे आने दे'। डरने की ज़रूरत नहीं। मैं आँगन की हरियाली बनूगी। मैं तेरे आँचल
की सुगंध हूँ। मेरा बचपन देख सब खुश होंगे। पिता का अहंकार मिट जाएगा। भाई की उद्दंडता
नहीं बचेगी। मैं तुम्हारे दुख मिटा दूँगी। मैं तेरे सारे सपने सच कर सकती हूँ। मैं
तेरे लिए मोती ला सकती हूँ। नाविकों के साहस भरे किस्से सुना सकती हूँ। साहस भरे काम
कर सकती हूँ। मैं तेरे घर, परिवार और संसार में प्रकाश भर सकती हूँ। बस, मुझे इस संसार
में आने दे।
4.
कण-कण का अशिकारी
1. हमारे जीवन में क्षय का क्या महत्व है?
ज. श्रम भाग्यविधाता है। श्रम
के सामने कोई नहीं ठहर सकता। श्रम सफलता की कुंजी है। परिश्रमी लोग असंभव को संभव बना
देते हैं। अतः जीवन की सफलता का मार्ग श्रम है।
2. कण-कण का अधिकारी” कविता में अमिकों के अधिकारों के ग्रति
दिल प्रकार सचेत किया गया है?
ज. इसमें मज़दूरों के अधिकारों
का वर्णन है। कुछ लोग अनुचित तरीके से धन कमाते हैं। कुछ को भाग्य से धन मिलता है।
लेकिन धन पर अधिकार मेहनत करने वाले का होना चाहिए। धन-संपत्ति मेहनत का परिणाम है।
मानव-समाज का भाग्य मेहनत है। अतः प्रकृति के कण-कण पर पहला अधिकार मजदूरों का है।
3. यजदूयें की भन्नाई के लिए क्या किया जाना चाहिए?
ज. मज़दूरों को उचित सम्मान
मिलना चाहिए। उन्हें शिक्षा देनी चाहिए। उन्हें समानता का अधिकार मिलना चाहिए। स्वास्थ्य
सुविधाएँ मिलनी चाहिए। महिला और पुरुष दोनों को समान मजदूरी मिलनी चाहिए। सुरक्षा मिलनी
चाहिए। आहार और आवास की सुविधा मिलनी चाहिए। उचित मजदूरी मिलनी चाहिए।
5.
लोकगीत
1. लोकगीत के बारे में आप क्या जानते हैं?
ज. लोकगीतों का संबंध आम लोगों
से है। ये जनता के गीत हैं। यह त्यौहार, उत्तव, विवाह आदि पर गाए जाते हैं। इसे रचने
वाले आम लोग होते हैं। ये देहात के गीत हैं। महिलाओं के अलग लोकगीत होते हैं। इन्हें
महिलाएँ ही रचती हैं। ये हमेशा ताज़ा दिखते हैं। इन्हें साधारण ढोलक, आाँझ, करताल,
बाँसुरी आदि की मदद से गाया जाता है। होली, गरबा, बिदेशिया, बारहमासा आदि प्रसिद्ध
लोकगीत हैं।
6.
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी
1. हिंदी हयारे देश की एकता किस प्रकार बढ़ाती है?
ज. हिंदी भारत की राजभाषा और
राष्ट्रभाषा है। इसकी लिपि देवनागरी है। इसमें जो लिखा जाता है वही पढ़ा जाता है। यहाँ
हिंदी बोलने और समझने वाले अधिक हैं। यह भारतीय लोगों को एक सूत्र में बाँधती है। हिंदी
देश को जोड़ने वाली कड़ी है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 (1) में 14 सितंबर, 1949
को हिंदी को राजभाषा बनाया गया। इसलिए 4 सितंबर को हिंदी दिवस मनाते हैं। हिंदी अब
विश्वभाषा बन गई है। 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाते हैं। हिंदी विदेशों में भी
पढ़ी जा रही है। इंटरनेट पर भी हिंदी का प्रचलन बढ़ गया है। हिंदी से रोजगार की संभावना
अधिक है। बैंक, मीडिया, फिल्म आदि में हिंदी का उपयोग बढ़ा है। सारा विश्व हिंदी का
महत्व जान चुका है। यह भारतीयों की साँसों में बसी है।
7.
भक्ति पढ़
1. रैदास की भक्ति कैसी है?
ज. रैदास की भक्ति दास भाव की
है। वे कहते हैं- हे प्रभुजी! तुम चंदन हो, मैं पानी हूँ। तुम बादल हो, मैं मोर हूँ।
तुम दीपक हो, मैं बाती हूँ। तुम मोती हो, मैं धागा हूँ। तुम स्वामी हो, मैं दास हूँ।
तुम्हारी भक्ति सुगंध है। इसकी ज्योति दिन-रात जलती है। हमारा सबंध चाँद और चकोर की
तरह है।
2. मीराबाई ने युरठु का महत्व किस प्रकार बताया है?
ज. मीरा कृष्ण भक्त कव॒बनत्री
हैं। उनका कहना है कि गुरु ने ज्ञानर्पी धन दिया है। यह धन रामरूपी रल है। यह अनमोल
है। इसे सबकुछ खोकर पाया है। यह कभी खत्म नहीं होता। खर्च करने पर और बढ़ता है। इसे
कोई चोर नहीं लूट सकता। जीवन सत्य की नाव है। गुरु केवट के समान हैं। वही हमें ज्ञान
देकर भवसागर से पार उतारते हैं। मेरे प्रभु गिरधर नागर हैं। मैं उनके सामने अपने गुरु
का यश गा रही हूँ।
8.
स्वराज्य की नींव
1. स्वराज्य की नींव” शीर्षक से क्या अभिग्राय है?
ज. स्वराज्य मतलब- अपने ऊपर
अपना राज्य। उन दिनों अँग्रेज़ देश को गुलाम बनाना चाहते थे। महारानी लक्ष्मीबाई ने
स्वतंत्रता की पहली लड़ाई लड़ी। इस तरह उन्होंने स्वराज्य की नींव डाली।
2. समाज से भेदभाव मिटाने के लिए हय क्या कर सकते हैं?
ज. सबके साथ हमें मिलजुल कर
रहना चाहिए। लोगों को भी मिलजुलकर रहने के लिए प्रेरित करना चाहिए। हमें जाति, धर्म,
प्रांत, भाषा आदि का भेदभाव नहीं रखना चाहिए। इस प्रकार हम भेदभाव मिटा सकते हैं।
3. रानी लक्ष्मीबाईई की देशभक्ति के बारे में बताइए|
ज. महारानी लक्ष्मीबाई ने स्वतंत्रता
की पहली लड़ाई लड़ी। वे अँग्रेज़ों से भयभीत नहीं हुई। वे अन्याय का विरोध करती थीं।
वे आडंबरों व रूढ़ियों से भी देश को आज़ादी दिलाना चाहती थीं। अँग्रेज़ों से लड़ाई
में जूही और मुंदर ने उनका साथ दिया। रावसाहब और तात्या ने भी उनका साथ दिया। रावसाहब
और कुछ राजा विलासप्रिय थे। इस कारण भारतीयों की हार हुई। रानी ने अँग्रेज़ों से लड़ते-लड़ते
अपने प्राण त्याग दिए। किंतु मरते-मरते देश को जीवित कर गई। वे भारत की आज़ादी की मशाल
थीं।
10.
नीति दोहे
1. रहीग ने सच्चे मित्र की क्या विशेषता बताई है? (था) रहीय
के अनुसार सच्चे मित्र कैसे होते हैं?
ज. रहीम कहते हैं कि संपत्ति
मिलने पर लोग मित्र हो जाते हैं। विपत्ति आते ही झूठे मित्र भाग जाते हैं। विपत्ति
के समय साथ देनेवाला ही सच्चा मित्र है। अतः हमें सोच-समझकर मित्रता करनी चाहिए।
2. रहीय ने मनुष्य को अपने वम्यान की रक्षा के लिए किस ग्रकार
गरित किया है?
ज. हमें अपना सम्मान बनाए रखना
चाहिए। यहाँ पानी मनुष्य के सम्मान का प्रतीक है। रहीम कहते हैं कि सम्मान के बिना
मनुष्य व्यर्थ है। चमक के बिना मोती व्यर्थ है। पानी के बिना आटा या चूना व्यर्थ है।
3. बिहारी ने सोने को धतूरे से अधिक नशीला क्यों कहा?
ज. धतूरा नशीला होता है। इसे
खाने से लोग पागल हो जाते हैं। सोना पाने पर लोग पागल हो जाते हैं। कवि ने घमंडी लोगों
को पागल के समान ही माना है। इसलिए हमें धन का घमंड नहीं करना चाहिए।
4. बिहारी ने विनग्नता के बारे में क्या संदेश विया है?
ज. मनुष्य और नल के पानी की
स्थिति समान है। नल का पानी जितना नीचे जाता है उतना ही ऊपर उठता है। उसी प्रकार मनुष्य
जितना विनम्र होता है उतना विकास करता है। विनम्र मनुष्य ही यश प्राप्त करता है।
12.
धरती के सवाल अंतरिक्ष के जवाब
1. ए.पीजे. अब्दुल कलाम के अजुसार छात्र में क्या गुण होने
चाहिए?
ज. कलाम के विचार में छात्र
को आदर्शवान होना चाहिए। उसमें शिक्षा की चाहत होनी चाहिए। उसे स्वाध्याय पर बल देना
चाहिए। स्वयं पर अनुशासन रखना चाहिए। उसे समय का पालन करना चाहिए। उसमें सेवाभाव, ईमानदारी,
नैतिकता आदि गुण होने चाहिए। उनमें आत्मसुधार की भावना होनी चाहिए।
2. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के बारे में आप क्या जानते हैं?
ज. डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
महान भारतीय वैज्ञानिक थे। वे भारत के 'मिजाइल मैन' कहे जाते हैं। वे भारत की रक्षाशक्ति
के कर्णधार रहे हैं। उनका पूरा नाम अबुल फ़कीर जैनुलाबुद्दीन अब्दुल कलाम हैं। उन्हें“भारत
रल' दिया गया। इनका जन्म तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ। वे बचपन में समाचार पत्र बेचते
थे। उनका परिवार बहुत निर्धन था। वे भारत के राष्ट्रपति भी रहे। वे महान गुणों की खान
हैं। वे बच्चों के प्रिय हैं। बच्चे उन्हें प्रिय हैं। अब्दुल कलाम पूरी दुनिया के
आदर्श हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता बेमिसाल है। उनके नेतृत्व में “अग्नि', 'पृथ्वी',
'आकाश', 'त्रिशूल', 'नाग' आदि भारतीय मिजाइलों का निर्माण हुआ।
3. टेसी थॉयस के बारे में आप क्या जानते हैं?
ज. टेसी थॉमस एक महिला वैज्ञानिक
हैं। वे अब्दुल कलाम को गुरु मानती हैं। टेसी थॉमस 'मिजाइल वुमेन' कहलाती हैं। वे डी.आर.डी.ओ.
की अध्यक्षा रह चुकी हैं। टेसी थॉमस के जीवन से हमें निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती
है। इसके लिए अध्ययन आवश्यक है। हमें ऐसा काम करना चाहिए जिससे हमारा और देश का नाम
हो। प्रत्येक कार्य लगन के साथ करना चाहिए।
सृजनात्मक
अभिव्यक्ति के प्रश्न
1. शिक्षा का महत्व” विषय पर एक निबंध लिखिए l
उत्तर-
शिक्षा
का महत्व
प्रत्येक मनुष्य में कुछ छिपी
प्रतिभाएँ होती हैं। उनको बाहर लाकर उनका उपयोग कराना ही शिक्षा का लक्ष्य है। शिक्षा
व्यक्ति को अंधकार से प्रकाश में लाती है। यह हमें अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाती है।
इसी लिए कहा गया है- “'तमसो मा ज्योतिर्गमय'। इसका अर्थ भी यही है।
शिक्षा का तात्पर्य केवल लिखना,
पढ़ना और गणित के सवाल हल करना ही नहीं है। शिक्षा कई उद्देश्यों की प्राप्ति कराती
है। ये उद्देश्य हमारे आर्थिक, व्यावसायिक, सामाजिक, नैतिक, सांस्कृतिक मूल्यों के
विकास से संबंधित होते हैं। एक शिक्षित मध्य ता अपनी जीविका कमाने योग्य होता है। शिक्षा
के कारण वह व्यावसायिक काम करने लायक बन जाता है, जैसे- हस्तकला, कृषि, बढ़ई का काम,
कुम्हार का काम, इंजीनियरी, अध्यापन, चिकित्सा आदि।
शिक्षा हमें प्रकृति से सीखने
और समझने योग्य बनाती है। यह हमारी तार्किक सोच का विकास करती है। इससे अंधविश्वास
दूर होते हैं। शिक्षा हमें वैज्ञानिक ढंग से सोचना सिखाती है। शिक्षा के कारण मनुष्य
प्रकृति पर विजय प्राप्त कर रहा है। आज मनुष्य अपने कमरे में बैठकर टेलीविजन पर देख
सकता है कि विश्व में क्या हो रहा है। अनेक आविष्कारों द्वारा वैज्ञानिकों ने हमें
अनेक सुविधाएँ दी हैं। शिक्षा ने ही हमें जीवन जीने योग्य बनाया है। इसीलिए सरकार का
प्रयास है कि सभी लोग शिक्षित हों। जनता शिक्षित हो तो वह अपने लिए अच्छे नेता चुनेगी।
जनतंत्र में मतदाताओं का शिक्षित होना बहुत जरूरी है। भारत में आज भी एक चौथाई लोग
निरक्षर हैं। हमारी साक्षरता 74.04% है। इसी कारण हम जनतंत्र का पूरा लाभ नहीं उठा
पा रहे हैं। अशिक्षा के कारण भारतीय किसान आधुनिक रूप से खेती नहीं कर पाता। लोग बैंकों
और सरकारी योजनाओं की सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाते। अतः हमें अपनी शिक्षा पर विशेष
ध्यान देना होगा। हमें अपने आसपास ज्ञान की ज्योति जलानी होगी। तभी “सब पढ़ें। सब बढ़ें!
का नारा सार्थक होगा।
2.
'पर्यावरण और प्रदूषण” विषय पर एक निबंध लिखिए l
उत्तर- पर्यावरण और प्रदूषण
प्रदूषण मानव दूवारा निर्मित
एक समस्या है। ये मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं- भूमि प्रदूषण, वायु प्रदूषण, जल
प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण। आज का पर्यावरण इन चारों समस्याओं के कारण अपना संतुलन खो
रहा है।
पहले मनुष्य पृथ्वी पर ताजी
हवा में साँस लेकर, स्वच्छ पानी पीकर स्वस्थ रहता था। आज कल- कारखानों के कारण पर्यावरण
में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। खुले में मल्न-मूत्र करने, कचरा बहाने और प्लास्टिक फेंकने
से भूमि प्रदूषण फैलता है। यही सब यदि जल में बहाया जाए तो जल प्रदूषण फैलता है। खेतों
में कीटनाशक डालने से धरती के भीतर का जल भी प्रदूषित हो गया है। वाहनों और कल-कारखानों
के धुएँ के कारण वायु प्रदूषण फैलता है। पैड़ों के कटने के कारण वायु भी शुद्ध नहीं
रह पाती। वाहनों, कल- कारखानों आदि की ध्वनि से ध्वनि प्रदूषण फैलता है।
हमारे हाथ में भी बहुत कुछ है। जरूरत है कि प्रदूषण कम करने के लिए हम स्वयं में कुछ सुधार लाएँ। वाहनों का उपयोग कम से कम करें; वृक्ष लगाएँ और गंदगी कम फैलाएँ।
3.
बिजली बार-बार कटने का शिकावती पत्र बिजली बोर्ड के अधिकारी के नाम लिखिए।
ज. हैदराबाद,
दि:
20.03.2022.
प्रेषक,
श्री रोहित कुमार,
घर की संख्या-2-68,
गाँधी नगर कालोनी, उप्पल,
हैदराबाद- 500039.
सेवा में,
विद्युत बोर्ड अधिकारी,
उप्पल, हैदराबाद।
महोदय,
आप से निवेदन है कि कई दिनों
से रोज़ रात में हमारे मुहल्ले में बिजली अचानक चली जाती है। कभी-कभी तो बार-बार जाती
और आती रहती है। इस कारण यहाँ के लोग बहुत परेशान हैं। विद्युत उपकरण भी खराब हो रहे
हैं। हमारे पड़ोसी का टेलीविजन भी खराब हो गया। मेरा कंप्यूटर खराब हो गया। आपसे अनुरोध
है कि जल्द यह समस्या हल करें।
धन्यवाद।
आपका विश्वसनीय
xxxxxx
4.
सफाई के लिए नगर निग़म के कमीश्नर के नाम पत्र लिखिए l
ज.
उप्पल,
दि: 25.03.2022
प्रेषक,
श्री रोहित कुमार,
घर की संख्या-2-68,
गाँधी नगर कालोनी, उप्पल,
हैदराबाद- 500039.
सेवा में,
श्री कमीश्नर,
हैदराबाद नगर निगम,
हैदराबाद।
विषय : नगर की सफाई का प्रबंध।
महोदय,
आपके जैसा कुशल कमीश्नर पाकर
नगरवासी बड़े प्रसन्न हैं। आपने आम जनता की बड़ी सेवा की है। इधर कुछ दिनों से नगर
में भारी वर्षा हो रही है। सफाई सही ढंग से नहीं हो पा रही है। सड़कों पर गंदगी भरी
है। गलियों से बदबू आ रही है। कई बीमारियों के फैलने की आशंका है।
आपसे निवेदन है कि यथा शीघ्र
सफाई का प्रबंध करें।
आपका विश्वसनीय
xxxxxx
5.
कुछ पुस्तकें मँगाते हुए पुस्तक विक्रेता के नाम एक पत्र लिखिए।
हैदराबाद,
दिनांक : 26.03.2022
प्रेषक :
दसवीं कक्षा,
जेड.पी.एच.एस. प्रतापसिण्गारम,
घटकेसर।
सेवा में,
व्यवस्थापक,
नीलकमल प्रकाशन,
हैदराबाद।
प्रिय महोदय,
निम्नलिखित पुस्तकें ऊपर दिये
गये पत्ते पर शीघ्र भेजने की कृपा करें। मैं आपको गूगल पे के माध्यम से रू 500/- अग्रिम
भेज रहा हूँ। कीमत में छूट का ध्यान रखिएगा।
1) पंचतंत्र की कहानियाँ 1
प्रति
2) सरल हिन्दी निंबध 1 प्रति
3) सरल हिन्दी व्याकरण 1 प्रति
आपका विश्वसनीय
xxxxxx
6. हिंदी दिवस के लिए नारे लिखिए।
ज.
हिंदी में बोलिए। देश को जोड़िए।
हिंदी है भारत की बिंदी।
हिंदी हो जन-जन की भाषा। यही हमारी है अभिलाषा।
भारत माँ की शान है हिंदी। मान है हिंदी, जान है
हिंदी।
हिंदी
है पहचान हमारी। हिंदी भाषा हमको प्यारी।
7.
शिक्षा के प्रसार के लिए कुछ नारे लिबिए।
ज. स्वयं
पढ़ो औरों को पढ़ाओ। जग में उजियारा फैलाओ।
आज
के बच्चे करें पुकार। शिक्षा हो सबका अधिकार।
शिक्षा
है जीवन का जान। बढ़ता इससे अपना मान।
सीखो
और सिखाओ तुम। जग में नाम कमाओ तुम।
पढ़ा-लिखा
हो हर परिवार। तब होगा जग का उद्धार।
शिक्षा
का अधिकार है आया। ज्ञान का दीपक घर-घर लाया।
सभी
पढ़ेंगे तभी बढ़ेंगे।
8.
वृक्ष संरक्षण” विषय पर नारे लिखिएl
पेड़ों
से खुशहाली होगी। भारतभूमि निराली होगी।
पेड़
बचाओ। जीवन पाओ।
पीधे
खूब लगाएँगे। हरियाली फैलाएँगे।
पेड़
हमारे साथी हैं। हम दीपक ये बाती हैं।
हरियाली
फैलानी है। पेड़ों से ही पानी है।
9.
संबाद आगे बढ़ाइए।
(मोहन और सोहन बातचीत कर रहे हैं..)
ज.
सोहन - नमस्कार दोस्त
मोहन- नमस्कार, कैसे हो दोस्त?
सोहन - मैं ठीक हूँ मोहन
मोहन - परीक्षा की तैयारी कैसी
चल रही है
सोहन- मैंने अपनी तैयारी कर
ली है। अब तो प्रश्न-पत्र का इंतजार है। इस बार अच्छे अंक मिलेंगे।
मोहन - बहुत अच्छे, इसी प्रकार
मेहनत करो। सफलता मेहनत करनेवालों को ही मिलती है। हाँ, तुम्हारे
दोस्त कैसे पढ़ रहे हैं?
सोहन - वे भी मेहनत कर रहे हैं।
मैं उनकी भी सहायता कर रहा हूँ।
मोहन - तब तो इस बार अच्छे परिणाम
की आशा है।
सोहन - जी, दोस्त, इस बार कक्षा
का परिणाम शत-प्रतिशत रहनेवाला है।
मोहन - ठीक है, मेरी ओर से शुभकामनाएँ...
10. बालक और दुकानदार के बीच संवाद लिखिए।
ज. बालक: आपके
पास कलम मिलती है क्या?
दुकानदार: जी, हाँ
बालक: आपके पास कलम मिलती है
क्या?
दुकानदार: जी, हाँ...
बालक: कितने की है?
दुकानदार: दस रुपये की
बालक: दिखाहए...
दुकानदार: यह लीजिए...
बालक: यह तो बहुत महँगी है।
दुकानदार: अच्छी कंपनी की है।
बालक: दाम थोड़ा कम कीजिए।॥
दुकानदार: ठीक है, आठ रुपये
दे दीजिए।
बालक: धन्यवाद।
11.
किसी किसान से साक्षात्कार लेने के लिए अश्वावली तैयार कीणिएl
ज. - किसान जी!
आपके पिताजी कया काम करते थे?
- आप ने खेती करने का निर्णय
क्यों लिया?
- आप कौन-कौन सी फसलों की खेती
करते हैं?
- आप को एक साल में लगभग कितनी
आय होती है?
- आप के परिवार के अन्य लोग
खेती के काम में आपकी क्या सहायता करते हैं?
- क्या आप चाहेंगे कि आपके बच्चे
भी खेती करें?
- आपकी दृष्टि में किसानों की
मुख्य समस्या क्या है?
- आप सरकार से किसानों के लिए
किस प्रकार की सहायता चाहते हैं?
- आप यदि प्रधानमंत्री बने तो
देश के लिए पहला काम क्या करना चाहेंगे?
12.
आपकी प्राठशाला में हिन्दी दिवस का आयोजन हो रहा है। इसकी जानकारी देते हुए एक सूचना
तैयार कीजिएl
जिला प्ररिषद हार्ड स्कूल प्रतापसिंगारम छात्र समिति
सूचना
12 सितम्बर 2021
हिंदी दिवस क्रार्यक्रम
छात्र समिति द्वारा सूचित किया जाता है कि पाठशाला में हिंदी
दिवस का आयोजन दिनांक
14.09.2021 को किया जा रहा है। सभी छात्र इस दौरान पाठशाला
में उपस्थित रहें।
कार्यक्रम का समय: सुबह 10 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक
सचिव
जिला परिषद हाई स्कूल प्रतापसिंगारम
छात्र समिति, मेचडल।
13. कोरोना वायरस से सावधानी के लिए एक पोस्टर तैयार कीजिए।
14. पर्यावरण सरंक्षण विषय पर एक पोस्टर
तैयार कीजिए।
15. स्वच्छ भारत विषय पर एक पोस्टर तैयार कीजिए।
16. कंप्यूटर की दुकान के लिए एक विज्ञापन तैयार कीजिए।
15. जन्मदिन
के लिए एक निमंत्रण – पत्र तैयार कीजिए।
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